पिछले कुछ वर्षों में पूर्व सिविल सर्वेंट्स की प्रतिद्वंदी लॉबियों ने, जिनकी कोई अधिकारिक राजनीतिक संबद्धता नहीं होती, गुट बना लिए हैं और बहुत से मुद्दों पर, सरकार के समर्थन या उसकी आलोचना में बयान जारी किए हैं.
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष ने एक छात्रा के यौन उत्पीड़न के विरोध में सार्वजनिक रूप से खुद को कोड़े मारे. हालांकि, उन्हें इस बात से दुख हुआ होगा कि न तो मोदी-शाह-नड्डा और न ही राष्ट्रीय भाजपा ने सार्वजनिक रूप से उन्हें सराहा है.