नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) बीयरिंग कैजेस की विनिर्माता कंपनी हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से 755 करोड़...
अप्रैल 2016 से प्रतिबंध के बावजूद बिहार में शराब का व्यापार फल-फूल रहा है. शराब खरीदना एक दंडनीय अपराध है, फिर भी कानून ने व्यापार में थोड़ी बाधा के रूप में काम किया है.
अगर भागवत का समावेशिता का आह्वान वास्तविक है, तो उन्हें अपने वैचारिक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर विघटनकारी तत्वों के खिलाफ निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी चाहिए.