कांग्रेस ने कहा, मोदी और भाजपा देश के स्वायत्त संस्थानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जेटली ने कहा, बैंकों के अंधाधुंध कर्ज बांटने की आरबीआई ने अनदेखी की.
पीएम मोदी सालाना 1 करोड़ नौकरियां सृजन करने में विफ़ल हो गए है. अगले साल आम चुनावों में 13 करोड़ नए मतदाताओं के लिए जो पहली बार वोट करेंगे उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा.
राज्य और पार्टी का घाल-मेल कम्युनिस्ट तानाशाहियों की विशेषता रही है. पश्चिमी लोकतंत्र में कहीं ऐसा नहीं, पर भारत में वही कर डाला गया, जो संविधान को व्यवहार में तहस-नहस करके हुआ.