सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और लोक भविष्य निधि समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें 2020-21 की पहली तिमाही के लिये 1.4 प्रतिशत तक घटा दीं. बैंक जमा दरों में कटौती के बीच यह कदम उठाया गया है.
इस महामारी के चलते करीब 40 प्रतिशत वैश्विक अर्थव्यवस्था लॉकडाउन की स्थिति में है और विशेषज्ञों का मानना है कि यह संकट विश्वव्यापी मंदी का कारण बन सकता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कोरोना वायरस महामारी को रोकने को लेकर तीन सप्ताह के ‘लॉकडाउन’ के प्रभाव से निपटने के लिये 1.70 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के बाद बाजार में तेजी का रुख बन गया.
बीएसई के प्रमुख सेंसेक्स सूचकांक में 2,991.85 अंक या 10 प्रतिशत की गिरावट हुई, कारोबार को 45 मिनट के लिए रोका गया. दुनिया भर में आर्थिक राहत पैकेज की कवायद नाकाम.
नरम वैश्विक संकेतों के बीच बिचौलियों के सौदे घटाने से सोमवार को वायदा बाजार में कच्चा तेल का भाव 4.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,287 रुपये प्रति बैरल पर आ गया.
अमेरिका में फेडरल रिजर्व के ब्याज दर घटाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस से फैली महामारी के असर की चिंताओं ने घरेलू शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा दिया.
पिछले साल दिसंबर से सोने का आयात लगातार घट रहा है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक है. भारत मुख्य रूप से सोने के आयात से घरेलू आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करता है. देश का सालाना सोना आयात 800 से 900 टन है.
भारत की विशाल और लगातार बढ़ती छात्र आबादी के अलावा विदेशी संस्थानों में अध्ययन की असीम अभिलाषा के कारण 2023-24 में करीब 15 लाख भारतीय छात्र विदेश गए. 2024-25 में यह संख्या 18 लाख तक पहुंच गई.