नयी दिल्ली, 13 फरवरी (भाषा) गैर-बिजली क्षेत्रों को कोयले की घटती आपूर्ति को लेकर विभिन्न उद्योग संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की...
भारत ने बाहरी पूंजी के लिए दरवाजे ज्यादा से ज्यादा खोल कर, जिससे रुपया और ऊपर चढ़ता है, अपनी मुश्किलें खुद बढ़ाई हैं. देश में रोजगार बढ़ाने की जगह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को प्राथमिकता दी गई है.
अगर भागवत का समावेशिता का आह्वान वास्तविक है, तो उन्हें अपने वैचारिक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर विघटनकारी तत्वों के खिलाफ निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी चाहिए.