अर्थशास्त्रियों और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि बजट एक साहसिक और वृद्धि-उन्मुख बजट है. दो सरकारी बैंकों के निजीकरण को भी बाजार ने सकारात्मक माना है.
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि बजट में ‘सॉवरेन रेटिंग’ की चिंता को नजरअंदाज किया गया है और वृद्धि की जरूरत के मद्देनजर राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को ऊंचा रखा गया है.
कोविड लॉकडाउन के दौरान घोषित आत्मनिर्भर भारत पैकेज के पहले चरण में एग्री इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन किया था. निर्मला ने कहा उनकी सरकार किसानों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है.
सेंसेक्स एक समय 48,764.40 अंक के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. अंत में यह 2,314.84 अंक यानी पांच प्रतिशत की बढ़त के साथ 48,600.61 अंक पर बंद हुआ.
यद्यपि पिछले वर्ष के आवंटन से तुलना करें तो यह बढ़ोतरी काफी अधिक है, इसके बावजूद यह राशि बहुत कम करीब 124 करोड़ रुपये ही है. फार्मा उद्योग ने इस वृद्धि को ‘मात्र एक औपचारिकता’ करार दिया है.
नरेंद्र मोदी ने पुराने वामपंथियों और दक्षिणपंथियों को एक साथ ला दिया है. कभी कट्टर वैचारिक विरोधी रहे लोग हाथ मिला चुके हैं और भारत के अपने दृष्टिकोण को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.