गोयल ने जोर देकर कहा, 'भारत अपने मछुआरे परिवारों को सब्सिडी में मुश्किल से 15 डॉलर प्रति वर्ष देता है, लेकिन ऐसे देश भी हैं जो एक मछुआरे परिवार को 42,000 डॉलर, 65,000 डॉलर और 75,000 डॉलर देते हैं.'
पिछले 42 दिनों की हड़ताल के दौरान, जूनियर डॉक्टरों को कोलकाता और उसके बाहर के लोगों से अभूतपूर्व समर्थन मिला और सीएम ममता बनर्जी की ओर से बहुत कम रियायतें दी गईं.