छोटी फिनटेक कंपनियों के अलावा शाओमी, वीवो, ओप्पो और हुवावे जैसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनियां भी मनी लॉन्ड्रिंग के कथित अपराधों को लेकर विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं.
भारत को अपने दोनों प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ साफ प्रतिरोध क्षमता हासिल करनी होगी. चीन के मामले में ऐसा उसे हमला करने की बड़ी कीमत चुकाने का डर पैदा करके किया जा सकता है, तो पाकिस्तान को दंड का डर पैदा करके किया जा सकता है.