पुलिस ने बताया कि हाल में देखभाल करने के लिए रखे गए 22 वर्षीय मोनू ने अपने साथियों विशाल (22) और नवीन (31) के साथ महिला और उनके पति को लूटने की साजिश रची, क्योंकि वे ‘आसान निशाना’ थे.
DRDO के अधिकारी की पहचान गौरव बत्रा के रूप में हुई है, जिसने साइकिल रिक्शा में टक्कर मारी, जिससे रेणु अगाल घर जा रही थीं. उससे पहले उसने कथित तौर पर एक पैदल यात्री को भी घायल किया था.
सुरक्षा बलों के करीब 1,500 जवानों की एक टुकड़ी ने बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा के आसपास के क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना पर तलाशी और उन्हें खत्म करने का अभियान शुरू किया था.
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में महिला ने दावा किया है कि उससे कई बार पूछताछ की गई लेकिन आरोपी से केवल एक बार और उसे 3 घंटे में ही छोड़ दिया गया.