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शुक्रवार, 18 अप्रैल, 2025

तरुण कृष्णा

तरुण कृष्णा
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मत-विमत

50 साल से ठंडे बस्ते में पड़ा परिसीमन मसला भारतीय लोकतंत्र के लिए बना सियासी टाइम बम

1976 तक तो लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों की विधानसभाओं की सीटों की संख्या इस तरह तय की जाती रही ताकि आबादी के प्रतिनिधित्व का समान अनुपात बना रहे, लेकिन 42वें संविधान संशोधन ने सीटों की संख्या 2001 की जनगणना के आधार पर स्थिर कर दी.

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नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि मूल ढांचे का सिद्धांत देने वाले उच्चतम न्यायालय ने देश में...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

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