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शुक्रवार, 6 जून, 2025

श्रयना भट्टाचार्य

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मत-विमत

अब वक्त है कि बकरीद के रूप को बदला जाए—भारत के गरीबों को अब मांस नहीं, लैपटॉप और AC चाहिए

अब जब लोग सच में किसी अमीर पड़ोसी से मांस के तोहफे की उम्मीद नहीं करते, तो क्या सिर्फ गरीबों को खाना खिलाने के नाम पर अब भी जानवरों की बलि देना ठीक माना जा सकता है?

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उप्र : किशोरी का अपहरण कर उसे कैद करने के आरोप में 10 लोगों पर मामला दर्ज

भदोही (उप्र), छह जून (भाषा) भदोही के एक गांव से 16 साल की एक किशोरी का उसके घर से अपहरण कर उसे कैद में...

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