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Saturday, 13 December, 2025

मुकेश बुटानी

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मत-विमत

एयरस्पेस सेक्टर में दिग्गज होना तो दूर, भारत असल में एक आयातक ही है

दशकों से भारतीय रक्षा उद्योग ‘देसी’ कलपुर्ज़े ही देता रहा है. इनमें से ज़्यादातर में बस आयातित पुर्जों की एसेंबलिंग की जाती है और आयात पर गहरी निर्भरता के ऊपर परदा डाल दिया जाता है.

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कच्चे माल की कीमतें बढ़ने के कारण मकर संक्रांति से पहले पतंगों के दाम 40 प्रतिशत तक बढ़े

छत्रपति संभाजीनगर, 13 दिसंबर (भाषा) कच्चे माल की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण इस साल पतंगों के दामों में लगभग 40 प्रतिशत की...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.