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गुरूवार, 8 मई, 2025

माइकल वॉल्टन 

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मत-विमत

पहलगाम के ज़ख्मों का जवाब पाकिस्तान की ज़मीन पर, आतंकवाद को अब नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता

तीसरी नई बात यह है कि 2019 में हुए बालाकोट हमले से भी ज्यादा घातक इस बार का हमला था. बालाकोट में बम गिरने के बाद भी मिलकत या जान हानि के नुकसान के ठोस सबूत नहीं मिले थे, लेकिन इस बार पाकिस्तान ने खुद भारत के आक्रमण से हुई बर्बादी का ब्यौरा दिया.

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गोंडवाना विश्वविद्यालय ने ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय, कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

नागपुर (महाराष्ट्र), आठ मई (भाषा) गोंडवाना विश्वविद्यालय, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विश्वविद्यालय और एक कंपनी के सहयोग से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

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