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शनिवार, 17 मई, 2025

के. सत्यनारायण

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मत-विमत

कर्नल कुरैशी पर विजय शाह की टिप्पणी एक ऐसी मानसिकता है जिस पर कई बरसों से लगाम नहीं कसी गई

जबकि देश के ज़्यादातर लोगों ने इस बयान की निंदा की है, लेकिन एक सवाल पूछना ज़रूरी है: सत्ता के पद पर बैठा कोई व्यक्ति इस तरह की बात कहने में कैसे सहज महसूस करता है?

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तेजस्वी को लेकर कोई किंतु-परंतु नहीं, हम 50 सीट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक: भाकपा (माले) सांसद

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