इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.
नयी दिल्ली, सात जनवरी (भाषा) समाचार पत्रिका ‘द वीक’ और मीडिया एवं प्रौद्योगिकी कंपनी ‘डेटालीड्स’ ने मंगलवार को प्रौद्योगिकी आधारित डिजिटल समाचार उत्पादों की...