scorecardresearch
Tuesday, 7 January, 2025

भाषा

381760 पोस्ट0 टिप्पणी

मत-विमत

भारतीय कॉर्पोरेट घरानों और उपभोक्ताओं के बीच शक्ति असंतुलन बढ़ता जा रहा है

इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.

वीडियो

राजनीति

देश

महाकुम्भ में स्वास्थ्य विभाग का दस्ता लगातार भ्रमण कर पूछे लोगों का हाल: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, सात जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ठंड के मौसम में आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.