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Friday, 22 November, 2024
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हरियाणा के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने राज्य को ‘स्थिर, ईमानदार’ सरकार देने का वादा किया

मनोहर लाल खट्टर ने जेजेपी से समर्थन लिए जाने पर कहा 'पुरानी बात को जाने दीजिए, हमें आगे का सोचना है और एक स्थिर सरकार देनी है.

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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन राज्य में ‘स्थिर एवं ईमानदार’ सरकार देगा और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम करेगा.

खट्टर ने कहा, ‘हम एक स्थिर सरकार देंगे. हम अपने एजेंडे पर कायम रहेंगे जो साफ एवं पारदर्शी शासन देना है.’

भाजपा को बहुमत से महज कुछ सीटें कम आने और सरकार बनाने के लिए चुनाव पूर्व अपनी प्रतिद्वंद्वी रही जजपा का समर्थन मांगे जाने पर खट्टर ने कहा, ‘पुरानी बात को जाने दीजिए, हमें आगे का सोचना है और एक स्थिर सरकार देनी है.’

खट्टर और जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.

खट्टर ने कहा कि अन्य मंत्रियों को अगले कुछ दिनों में शपथ दिलाई जाएगी.

साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों सहयोगियों के बीच संबंधों को मधुर रखने के लिए समन्वय समिति गठित की जाएगी.

सूत्रों ने बताया कि अन्य मंत्रियों के नाम तय करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से राय-मशविरा करने के लिए खट्टर सोमवार को दिल्ली पहुंचे.

खट्टर ने कहा कि सभी विधायकों के शपथग्रहण के लिए हरियाणा की नयी विधानसभा का पहला सत्र अगले हफ्ते बुलाया जाएगा.

सिरसा में संवाददाताओं से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने खट्टर का बयान दोहराया और कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन एक स्थिर सरकार देगा.

जननायक जनता पार्टी (जजपा) के 31 वर्षीय नेता ने कहा, ‘हम एक स्थिर, ईमानदार और पारदर्शी प्रशासन देंगे, जो सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम करेगा.’

राज्य में जजपा के सहयोग से भाजपा के सरकार बनाने के साथ ही रविवार को मनोहर लाल खट्टर ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं, पूर्व उपप्रधानमंत्री, दिवंगत देवी लाल के प्रपौत्र दुष्यंत चौटाला ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

सात निर्दलीय विधायक भी सरकार को समर्थन दे रहे हैं.

अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ सिरसा में बैठक के बाद दुष्यंत ने संवाददाताओं से कहा कि देवीलाल ने समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति को सुधारने में अपना जीवन समर्पित किया और मौजूदा शासन उनके दिखाए रास्ते पर चलने का भरसक प्रयास करेगा.

विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने से छह सीट दूर रही भाजपा ने हरियाणा में सरकार बनाने के लिए दुष्यंत की अगुवाई वाली जजपा के साथ शुक्रवार को समझौता कर लिया था.

90 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा को 40, जजपा को 10, कांग्रेस को 31, इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट मिली जबकि सात निर्दलीय प्रत्याशियों को भी जीत मिली.

दुष्यंत चौटाला ने एक सवाल के जवाब में राज्य में भाजपा को समर्थन देने के उनके फैसले पर सवाल उठाने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा, ‘हमने न भाजपा के लिए वोट मांगा था, न ही कांग्रेस के लिए. लोगों ने जजपा के पक्ष में 18.60 लाख मत दिए और हम 10 सीट पर जीते. हमने एक स्थिर सरकार (भाजपा के साथ जाकर) देने का निर्णय किया.’

दुष्यंत ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘क्या हमने उन लोगों के पक्ष में वोट मांगे थे जो कह रहे हैं, ‘वोट किसको, सपोर्ट किसको’?’

हुड्डा ने जजपा पर भाजपा के साथ जाकर लोगों के जनादेश के साथ छल करने का आरोप लगाया है.

दुष्यंत के भाई एवं जजपा के वरिष्ठ नेता दिग्विजय चौटाला ने भी हुड्डा पर निशाना साधा और कहा, ‘उन्हें चिंता है कि उन्हें जेल जाना पड़ सकता है, इसलिए वह ऐसे बयान दे रहे हैं.’

दिग्विजय ने कहा, ‘वह मेरे पिता अजय सिंह को मिले फरलो के समय पर भी सवाल उठा रहे हैं.’’

अजय सिंह चौटाला को दीवाली पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से फरलो पर रिहा किया गया है जिसके समय को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है क्योंकि उनकी यह रिहाई दुष्यंत के शपथग्रहण कार्यक्रम के साथ हो रही थी.

हालांकि अजय चौटाला ने पीटीआई-भाषा से कहा कि, ‘बेवजह एक विवाद’ खड़ा किया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘फरलो मेरा अधिकार है और मैं एक महीने पहले ही इसके लिए आवेदन कर चुका था.’

दिग्विजय ने भरोसा जताया कि राज्य में गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. पार्टी की विस्तार योजना पर उन्होंने कहा कि जजपा राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में विस्तार पर काम करेगी.

वहीं, मुख्यमंत्री खट्टर, अगले कुछ दिनों में मंत्रिमंडल में कुछ और मंत्रियों को शामिल कर सकते हैं.

सूत्रों ने कहा कि वह दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे जिसके बाद नाम तय किए जाएंगे.

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