नई दिल्ली: खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी बताने वाली महिला से झपटमारी के आरोप में स्पेशल स्टाफ और सिविल लाइंस पुलिस ने गौरव उर्फ नोनू को हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि एक आरोपी गौरव उर्फ नोनू को सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके कब्जे से नकदी और एटीएम कार्ड के साथ-साथ अन्य जरूरी दस्तावेज बरामद कर लिया गया है. दूसरा आरोपी सुल्तानपुरी निवासी बादल है.
पुलिस के मुताबिक नोनू ने बताया कि उसकी आंटी सुल्तानपुरी में रहती हैं. अरोपी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर घटना में उपयोग की गई स्कूटी भी सुल्तानपुरी से बरामद कर ली गई है. पीड़िता दमयंती बेन मोदी ने शनिवार को पुलिस में झपटमारी की शिकायत दर्ज कराई थी. घटना सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो गई थी.
इस मामले पर घटना के दिन से जमकर राजनीति हो रही है. पहले से ही ऐसी घटनाओं पर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को घेरती रही आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बार फिर से दोनों पर हमला बोला. पार्टी का कहना है कि दिल्ली अपराध की राजधानी बनती जा रही है.
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इसे सिलसिले में एक ट्वीट करके पार्टी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लिखा, ‘दिल्ली अपराध की राजधानी बनती जा रही है जहां प्रधानमंत्री जी की भतीजी सुरक्षित नही वहां आम लोगों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? आए दिन हत्या लूट डकैती बलात्कार गैंगवार दिल्ली की पहचान बन गई है दिल्ली पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह फ़ेल है और केन्द्र सरकार कुंभकरन की नींद सो रही है.’
दिल्ली अपराध की राजधानी बनती जा रही है जहाँ प्रधानमंत्री जी की भतीजी सुरक्षित नही वहाँ आम लोगों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? आए दिन हत्या लूट डकैती बलात्कार गैंगवार दिल्ली की पहचान बन गई है दिल्ली पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह फ़ेल है और केन्द्र सरकार कुंभकरन की नींद सो रही है https://t.co/IYKns2Be7S
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 12, 2019
आप नेता राघव चड्ढा ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, ‘दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे-सीधे केंद्र के ज़िम्मे है. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली की जनता में सुरक्षा की भावना भरने की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की है. आए दिन राजधानी में रेप, डकैती, चोरी और झपटमारी के मामले सामने आते रहते हैं.’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करने वाली दिल्ली पुलिस की लापरवाही और सुस्ती से राजधानी के लोग परेशान हैं. चड्ढा ने कहा, ‘जब किसी राजनीतिक विरोधी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी हो तो यही पुलिस एकदम से हरकत में आ जाती है. लेकिन, आम आदमी की सुरक्षा के मामले में दिल्ली पुलिस कहीं नज़र नहीं आती.’
इसके बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की भतीजी का पर्स छीने जाने का ज़िक्र किया और कहा, ‘जब पीएम नरेंद्र मोदी की भतीजी देश की राजधानी दिल्ली में सुरक्षित नहीं हैं, तो आप सोच सकते हैं कि आम आदमी का क्या हाल होगा.’ आपको बता दें कि झपटमारी की घटनाएं दिल्ली में किसी महामारी का रूप ले चुकी हैं.
इसके पहले जोयमाला बागची नाम की एक महिला पत्रकार से हुई झपटमारी, ऐसी जानलेवा साबित हुई कि उन्हें एम्स में भर्ती कराना पड़ा. वहीं, इस झपटमारी के बाद एक रिपोर्ट जारी करके दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि राजधानी में ऐसी घटनाओं में 29 प्रतिशत की कमी आई है. हालांकि, इस दावे के चंद दिनों बाद ही झपटमार ओखाल से एक और महिला पत्रकार को फोन छीन ले गए.
आपको जानकर हैरानी होगी कि चोरी और झपटमारी जैसे अपराधों से दिल्ली के गृहमंत्री और विपक्ष के वरिष्ठ नेता भी सुरक्षित नहीं है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने 22 सिंतबर को एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि चोरों ने उनका सरस्वती नगर स्थित घर छान मारा. वहीं, सूबे में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की पत्नी के साथ 24 जुलाई को मंडी हाउस जैसे रिहायशी इलाके में सुबह 10.30 बजे ‘झपटमारी‘ हो गई.
आम और ख़ास तो छोड़िए, विदेश राजनयिक भी यहां सुरक्षित नहीं हैं. साल 2017 में लाल किले के पास यूक्रेन के भारत में राजदूत इगोर पोलिखा का ‘फोन छीन लिया’ गया था. दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास है. ऐसे में इन घटनाओं पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप और राजनीति होती है. लेकिन हालात नहीं बदलते.
हालांकि, इन सबके बीच डीसीपी रंधावा का दावा है कि ऐसे मामलों को सुलझाने में दिल्ली का प्रदर्शन दुनिया के अन्य बड़े शहरों से बेहतर है.