नयी दिल्ली, 26 नवंबर (भाषा) गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सरकार ने वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता शुरू की है, जिसमें नागरिक अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना दिखाते हुए राष्ट्रीय गीत को अपने अनूठे अंदाज में प्रस्तुत कर सकते हैं।
सरकार ने कहा, ‘चाहे शास्त्रीय शैली में गाया जाए, लोक तत्वों के साथ फिर से तैयार किया जाए, समकालीन प्रस्तुति के रूप में प्रस्तुत किया जाए, समूह प्रदर्शन के रूप में प्रस्तुत किया जाए, या वाद्य संगीत के माध्यम से व्यक्त किया जाए, प्रत्येक प्रविष्टि वंदे मातरम् की अद्वितीय विरासत का जश्न मनाएगी।’
वर्ष 2026 के गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्य में रक्षा मंत्रालय ने ‘मायगॉव’ के साथ समन्वय में नागरिकों, विशेषकर छात्रों और युवा कलाकारों के लिए राष्ट्र के प्रति अपनी देशभक्ति और सम्मान प्रदर्शित करने के लिए तीन प्रतियोगिताएं शुरू की हैं।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि लोग अपनी आवाज में वंदे मातरम का गायन रिकॉर्ड करके अपनी प्रविष्टियां भेज सकते हैं। सबसे आकर्षक प्रस्तुति को पुरस्कार दिए जाएंगे।
‘मायगॉव’ वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, यह प्रतियोगिता प्रतिभागियों को ‘गीत की अपनी अनूठी प्रस्तुति प्रस्तुत करके अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना को व्यक्त करने’ के लिए एक मंच प्रदान करती है।
इस महीने की शुरुआत में संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले समारोहों की शुरुआत की।
अन्य दो प्रतियोगिताएं हैं- चित्रकला प्रतियोगिता ‘समृद्धि का मंत्र-आत्मनिर्भर भारत’ और निबंध प्रतियोगिता ‘स्वतंत्रता का मंत्र-वंदे मातरम्’।
भाषा आशीष संतोष
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