नयी दिल्ली, 23 नवंबर (भाषा) रेल मंत्रालय के तहत आने वाली कंपनी राइट्स लिमिटेड पहली बार चालू हालत के डीजल लोकोमोटिव का निर्यात करेगी। पहली खेप दक्षिण अफ्रीका जाएगी।
राइट्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक राहुल मिथल ने बताया कि भारतीय रेल अब लगभग पूरी तरह विद्युतीकृत हो चुकी है। इसलिए 15 साल से अधिक शेष आयु वाले चालू हालत के डीजल लोकोमोटिव को विदेश निर्यात करने का फैसला किया गया है।
कंपनी ने दक्षिण अफ्रीका से 18 चालू हालत के डीजल लोकोमोटिव के निर्यात का ऑर्डर हासिल किया है। इनमें दक्षिण अफ्रीकी रेलवे की जरूरतों के अनुसार बदलाव किए जा रहे हैं। अब तक राइट्स केवल नई लोकोमोटिव ही निर्यात करती रही है, लेकिन चालू हालत के लोकोमोटिव का निर्यात पहली बार हो रहा है।
दक्षिण अफ्रीका में केप गेज (1,067 मिमी) और भारत में ब्रॉड गेज (1,676 मिमी) होने के बावजूद जरूरी तकनीकी संशोधनों के बाद ये लोकोमोटिव पूरी तरह उपयुक्त हो जाएंगे।
राहुल मिथल ने कहा, ”वित्त वर्ष 2025-26 की चौथी तिमाही तक पहली चालू हालत की संशोधित डीजल लोकोमोटिव की आपूर्ति कर दी जाएगी। हमें उम्मीद है कि गुणवत्ता देखकर दक्षिण अफ्रीका के पड़ोसी देशों से भी ऐसे ऑर्डर मिलेंगे।”
भाषा
योगेश पाण्डेय
पाण्डेय
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