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Sunday, 23 November, 2025
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आईटीबीपी भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर महिला कर्मियों वाली 10 सीमा चौकियां स्थापित करेगी

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नयी दिल्ली/जम्मू, 23 नवंबर (भाषा) भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर महिला कर्मियों वाली 10 चौकियां स्थापित कर रही है। अर्धसैनिक बल के महानिदेशक ने यह जानकारी दी।

आईटीबीपी 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा की रक्षा करती है, जो दुर्गम और बर्फीला सीमांत क्षेत्र है।

लद्दाख में 2020 के सैन्य झड़प के बाद शुरू की गई अपनी महत्वाकांक्षी ‘‘अग्रिम मोर्चा’’ योजना के तहत, अर्धसैनिक बल ने अब तक भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में अग्रिम मोर्चे पर 215 सीमा चौकियों की संख्या को भी बढ़ाया है।

आईटीबीपी के महानिदेशक प्रवीण कुमार ने शनिवार को जम्मू में आयोजित बल की 64वीं स्थापना दिवस परेड के दौरान यह बात कही।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अग्रिम तैनाती योजना पर काम किया है और इसके परिणामस्वरूप, अग्रिम मोर्चे की सीमा चौकियों की संख्या अब 180 की तुलना में 215 हो गई है।’’

महानिदेशक ने कहा, ‘‘सात नयी बटालियन और एक सेक्टर मुख्यालय की स्थापना ने न केवल इस योजना (अग्रिम तैनाती) को मजबूत किया है, बल्कि अग्रिम क्षेत्रों तक हमारी पहुंच और निगरानी को भी बढ़ाया है…।’’

केंद्र ने 2023 में आईटीबीपी के लिए सात और बटालियन तथा लगभग 9,400 कर्मियों वाला एक सेक्टर कार्यालय स्वीकृत किया था।

महानिदेशक ने कहा कि बल निकट भविष्य में भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘‘सुरक्षा और समन्वय को मजबूत करने’’ के लिए 41 और ऐसी अग्रिम चौकियां स्थापित करेगा।

महिला योद्धाओं की भूमिका बढ़ाने के लिए, आईटीबीपी लद्दाख के लुकुंग और हिमाचल प्रदेश के थांगी में महिला कर्मियों वाली दो सीमा चौकियां स्थापित करने की प्रक्रिया में है।

महानिदेशक ने कहा कि इस मोर्चे पर आठ और महिला चौकियां संचालित की जाएंगी।

एक लाख से ज़्यादा कर्मियों वाली आईटीबीपी की सीमा चौकियां 9,000 से 14,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं।

वर्ष 1962 में गठित यह बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।

भाषा सुभाष नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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