नई दिल्ली : देशभर में करवा चौथ के लोकप्रिय त्यौहार को भुनाने की मंशा से पहली बार भारतीय रेल के उपक्रम आईआरसीटीसी ने करवा चौथ पर स्पेशल ट्रेन चलाने का मन बनाया था. ‘मैजिस्टिक राजस्थान डीलक्स’ के नाम से चलने वाली इस विशेष ट्रेन को हालांकि शादीशुदा जोड़ों का समर्थन मिलता नहीं दिख रहा. 14 अक्टूबर को जाने वाली इस रेल में अभी तक, (9 अक्टूबर) केवल 04 सीटें ही बुक कराई गईं है, इसके बाद आईआरसीटीसी ने ट्रेन को रद्द करने का फैसला लिया है.
सूत्र के अनुसार, ‘इस ट्रेन का टिकट किराया अधिक होने और महिलाओं का व्रत होने की वजह से भी लोगों का रवैया ट्रेन को लेकर निराशाजनक रहा.’
आईआरसीटीसी के मुताबिक, करवा चौथ पर चलाई जाने वाली ट्रेन विशेष मौकों के लिए तैयार किया गया है. यह विशेष ट्रेन समय-समय पर आईआरसीटीसी द्वारा प्रमुख अवसरों पर चलाती रही है. 19 अक्टूबर को इस ट्रेन का उपयोग बुद्धा सर्किट के लिए किया जाएगा. इस सर्किट में यह ट्रेन लुंबिनी, बोध गया, सारनाथ और कुशीनगर के लिए चलाई जाएगी. इसमें फर्स्ट एसी के चार कोच लगाए जाने थे जिसमें 96 सीटें थीं. वहीं सेकेंड एसी के 2 कोच लगाए जाने थे जिसमें 60 सीटें थी. इसके अलावा ट्रेन में दो खान-पान के कोच लगाए गए थे.
हालांकि, इस ट्रेन को सफल बनाने के लिए आईआरसीटीसी ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी. अपने प्रमोशन में कहा था, ‘इस करवा चौथ पर अपनी पत्नी को ऐसा विशेष तोहफा दें जो उन्हें जीवनभर याद रहे’. गौरतलब है कि आईआरसीटीसी ने विशेष पैकेज का विज्ञापन अपनी वेबसाइट, ईमेल और मीडिया में प्रेस रिलीज़ जारी कर करती रही है.
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आईआरसीटीसी का कहना है ‘करवा चौथ का त्यौहार राजस्थान की लंबी और पुरानी परंपरा का हिस्सा रही है. यह पतियों
के लंबी आयु, संपन्नता और खुशहाली के लिए मनाया जाता है. इस ट्रेन में यात्रा करने वाले शादीशुदा जोड़े 17 अक्टूबर को अपना करवा चौथ का चांद जैसलमेर के रेत के टीलों पर देख सकते थे. रेलवे ने इन जोड़ों के इस दिन को खास बनाने के लिए कई कार्यक्रम भी बनाए थे जिसमें वहां एक सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम आयोजन भी किया जाना था’.
केवल शादीशुदा जोड़ों के लिए था सफर
करवा चौथ के त्यौहार को देखते हुए आईआरसीटीसी ने मैजिस्टिक राजस्थान डीलक्स ट्रेन चलाने का फैसला लिया था. इस ट्रेन में केवल में शादीशुदा जोड़े ही सफर कर सकते थे. हालांकि अगर कोई जोड़ा अपने बच्चों के साथ भी इस ट्रेन में सफर करना चाहता था तो ट्रेन ने इसकी विशेष व्यवस्था की गई थी. यह ट्रेन 14 अक्टूबर को दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से सुबह 7 बजे चलाए जाने की योजना थी, जो आगरा, जोधपुर और जैसलमेर होते हुए 18 अक्टूबर को दिल्ली आने वाली थी. आईआरसीटीसी ने इस ट्रेन को कैंसल किए जाने के बाद चारों जोड़ों की जिन्होंने बुकिंग कराई थी उन्हें पैसे देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
इस ट्रेन का टिकट एक कपल को एसी- फर्स्ट में सफर करने के लिए 1,02,960 आौर एसी-2 के लिए 90 हजार रुपए रखा गया था. इस ट्रेन में सफर करने वाले कपल को ताजमहल, जैसलमेर कोर्ट, गाड़ी सागर झील, परवान की हवेली, महेंद्र गढ़ का किला, जसवंत का थाड़ा, अंबेर फोर्ट सिटी पैलेस का भी सैर कराया जाना था.
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इसमें सफर करने वाले जोड़ों को जयपुर में दिन में रहने के लिए तीन से चार सितारा होटलों में ठहराए जाने की व्यवस्था थी. साथ ही आसपास के पर्यटन स्थलों को घुमाने के लिए एसी डिलक्स बसें उपलब्ध कराई जानीं थी. कपल को यात्रा के दौरान ‘आमेर के किले’ पर ‘जीप की सवारी’ के साथ साम सेंड डियून्स में ऊंट की सवारी भी कराए जाने की योजना शामिल थी. साथ ही यात्रियों को 10 लाख का बीमा दिए जाने की सुविधा भी.
फुट मसाज से लेकर शावर क्यूबिकल तक
इस विशेष ट्रेन में यात्रियों को स्पेशल महसूस कराने के लिए डिजिटल लॉकर के साथ-साथ शावर क्यूबिकल, फुट मसाज और एक सिटिंग एरिया भी तैयार किया गया है. ट्रेन के किचन कार में विदेशी खान-पान की भी व्यवस्था थी.
लेकिन आईआरसीटीसी का ढेरों लोक-लुभावन वादा भी यात्रियों को लुभाने में नाकामयाब रहे. हर त्यौहार को यादगार बनाने की कोशिश करने वाले भारतीय जोड़ों ने इसे सिरे से नकार दिया. शायद इसके पीछे गाड़ी की सूचना ठीक से न पहुंचा पाना, महंगे टिकट और महंगाई की मार भी हो सकती है.