नई दिल्ली: विजयादशमी के मौके पर पिछले साल अमृतसर में रावण दहन के दौरान घटी बड़ी ट्रेन दुर्घटना में कई लोग मारे गए थे. आज इस घटना को लगभग एक साल हो गए हैं. इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों का कहना है कि एक साल बीत जाने के बाद भी इस घटना के दोषी खुले में घूम रहे हैं. पीड़ितों के परिवार वालों का कहना है कि 2018 में हुए ट्रेन हादसे में अभी तक दोषियों को सजा नहीं मिली है. पीड़ित परिवार न्याय पाने के लिए आज प्रदर्शन कर रहे हैं. परिवार के सदस्य प्रदर्शन के दौरान रेलवे ट्रैक पर बैठने की धमकी भी दे रहे हैं. उनका कहना है कि साल भर हमने कई बार सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटा है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
अमृतसर डीसीपी जगमोहन सिंह का कहना है कि ‘हमने रेलवे अधिकारियों को सूचित कर दिया है और पुलिस बल वहां तैनात है. अगर प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर जाने की कोशिश करेंगे तो जीआरपी उन्हें वहां जाने से रोक देगी.’
Amritsar DCP Jagmohan Singh: CP (Commissioner of Police) himself has visited the venues. Security forces have been deployed as per the crowd in these venues. This year there is no venue with a railway track nearby. #Punjab https://t.co/m0QPgo7I4a
— ANI (@ANI) October 8, 2019
डीसीपी जगमोहन सिंह ने कहा, किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पंजाब पुलिस पूरी तरह से तैयार है. 10 जगहों पर दशहरा का कार्यक्रम होने वाला है. सभी जगहों पर अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर को तैनात किया गया है. एक जगह को दो भागों में बांटा गया है. सभी जगह डीसीपी रैंक के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
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जगमोहन सिंह ने भी खुद से सभी जगहों का मुआयना किया है. भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मी को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा इस साल रेलवे ट्रैक के पास कहीं भी दशहरा नहीं हो रहा है.
पिछले वर्ष दशहरा के दिन पठानकोट से अमृतसर आ रही एक ट्रेन की चपेट में आने से करीब 58 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. यह हादसा उस वक्त हुआ जब लोग अमृतसर के पास चौड़ा बाजार में रेलवे ट्रैक के पास रावण दहन कर रहे थे.