(केजेएम वर्मा)
बीजिंग, 14 नवंबर (भाषा) चीन ने लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन को संचालित करने के लिए शुक्रवार को विद्युत चुम्बकीय विमान प्रक्षेपण प्रणाली (ईएमएएलएस) से लैस एक बड़े जंगी जहाज सिचुआन का समुद्री परीक्षण शुरू किया। चीनी नौसेना ने यह जानकारी दी।
सशस्त्र संघर्ष के दौरान दुश्मन के इलाकों तक पहुंचने और थल सेना की मदद के लिए इस तरह के जहाजों का उपयोग किया जाता है।
यह परीक्षण इस महीने की शुरुआत में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा देश के तीसरे विमानवाहक पोत, फ़ुज़ियान, के जलावतरण के बाद हुआ है।
नयी तरह का विमानवाहक पोत ईएमएएलएस से लैस सबसे आधुनिक युद्धपोत बताया जा रहा है। ईएमएएलएस का इस्तेमाल केवल अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड द्वारा किया जाता है।
आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिचुआन ऐसा पहला जहाज है जो ईएमएएलएस से लैस है और यह जहाज बिजली से संचालित होता है।
ईएमएएलएस, विमानवाहक जहाज पर विमानों के उतरने और उड़ान भरने की प्रक्रिया में तेजी ला सकता है।
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यह जहाज चीनी सैन्य बलों को ताइवान तट पर तेज़ी से पहुंचने में मदद कर सकता है।
चीन, ताइवान के अपना हिस्सा होने का दावा करता रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के कारण, चीन विभिन्न वैश्विक समुद्री मार्गों पर परिचालन के लिए और अधिक विमानवाहक पोत बना सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन के पास जहाजों का अब दुनिया का सबसे बड़ा बेड़ा है, जिसमें 234 युद्धपोत हैं, जबकि अमेरिकी नौसेना के पास 219 युद्धपोत हैं।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश
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