नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) टाटा समूह की एकीकृत बिजली कंपनी टाटा पावर ने मंगलवार को कहा कि वह एक विशेष उद्देश्यीय इकाई में 40 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,572 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह इकाई भूटान में 13,100 करोड़ रुपये के निवेश से 1,125 मेगावाट की दोरजिलुंग जलविद्युत परियोजना स्थापित करेगी।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि यह अधिग्रहण एक या एक से अधिक चरणों में किया जाएगा, जिसके लिए कंपनी और भूटान स्थित ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लि. (डीजीपीसी) के बीच एक शेयरधारक समझौता किया जाएगा।
विशेष उद्देश्यीय इकाई (एसपीवी) का अभी गठन होना बाकी है। यह अधिग्रहण संबंधित पक्ष लेनदेन के अंतर्गत नहीं आएगा।
हालांकि, सूचना में कहा गया है कि अधिग्रहण के बाद, एसपीवी टाटा पावर की एक सहयोगी कंपनी और परिणामस्वरूप एक संबंधित पक्ष बन जाएगी।
एसपीवी 13,100 करोड़ रुपये की लागत से दोरजिलुंग जलविद्युत परियोजना का विकास करेगी। यह परियोजना कंपनी को स्वच्छ और हरित ऊर्जा की ओर अपने कदम बढ़ाने में मदद करेगी।
शेयरधारकों के समझौते में तय नियमों और शर्तों के अनुसार, पहला चरण छह महीने के भीतर पूरा हो जाएगा।
एक या एक से अधिक चरणों में 40 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया जाएगा। इसकी लागत लगभग 1,572 करोड़ रुपये है। इसका भुगतान नकद में किया जाएगा।
भाषा रमण अजय
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