scorecardresearch
Sunday, 9 November, 2025
होमदेशमुसलमानों के अधिक समृद्ध होने का मतलब ‘असमिया लोगों के आत्मसमर्पण’ की शुरुआत: हिमंत

मुसलमानों के अधिक समृद्ध होने का मतलब ‘असमिया लोगों के आत्मसमर्पण’ की शुरुआत: हिमंत

Text Size:

गुवाहाटी, नौ नवंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को दावा किया कि राज्य में जनसांख्यिकीय परिवर्तन के अलावा ‘‘आर्थिक बदलाव’’ भी देखने को मिल रहा है, जहां मुसलमान ज्यादा समृद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह भी हो सकता है कि ‘‘असमिया लोगों का आत्मसमर्पण’’ शुरू हो गया है।

यहां कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस वार्ता में शर्मा ने दावा किया कि राज्य में हिंदू आबादी की वृद्धि दर कम हो रही है, जबकि मुसलमानों की वृद्धि दर बढ़ रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास 2001 से 2011 के बीच हिंदू और मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर के आंकड़े हैं। असम के हर ब्लॉक में हिंदू आबादी की वृद्धि दर कम हो रही है और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘मैंने देखा है कि आर्थिक पहलू में भी जनसांख्यिकीय परिवर्तन तेजी से हुआ है। एक तरह से, असमिया लोगों के आत्मसमर्पण का एक अध्याय शुरू हो गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि हिंदुओं से मुसलमानों को जमीन की बिक्री बहुत अधिक है, जबकि मुसलमानों से हिंदुओं को जमीन की बिक्री कम है।’’

भाषा शफीक सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments