कोलकाता, नौ नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के तारकेश्वर में चार साल की बच्ची का रेलवे शेड से अपहरण कर कथित तौर पर उसका ‘‘यौन उत्पीड़न’’ करने के मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि घटना शनिवार को उस समय हुई जब बच्ची रेलवे शेड के नीचे अपनी दादी के साथ सो रही थी।
एक अधिकारी ने बताया कि बच्ची शनिवार दोपहर एक नाले के पास बेहोशी की हालत में निर्वस्त्र मिली। उसके शरीर पर चोट के निशान थे।
उन्होंने बताया कि बंजारा समुदाय से ताल्लुक रखने वाली बच्ची को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में चंदननगर उप-मंडल अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है
उन्होंने बताया कि बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय विधायक रामेंदु सिंह रॉय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘यह एक चौंकाने वाली घटना है, यह घटना रेलवे के अधिकार क्षेत्र में हुई है। रेल पुलिस को और अधिक सुरक्षा उपाय और निगरानी करनी चाहिए। हम बच्ची के परिवार के साथ हैं और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।’
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा कि उन्होंने इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है, लेकिन ‘हम कानूनी पहलुओं की जांच करेंगे, क्योंकि यह राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधिकार क्षेत्र में भी आता है। अगर अनुमति मिली, तो मैं एक-दो दिन में परिवार से मिलूंगी।’
इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तारकेश्वर पुलिस शुरू में इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने में आनाकानी कर रही थी।
अधिकारी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पुलिस पर राज्य की ‘‘फर्जी कानून-व्यवस्था की छवि को बचाने के लिए सच्चाई को छिपाकर अपराध को दबाने’’ का आरोप लगाया।
उन्होंने पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘ममता बनर्जी, आप एक असफल मुख्यमंत्री हैं। आपके शासन में पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है।’’
भाषा
राखी सुरेश
सुरेश
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