नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को कोहिमा में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र जोन-तृतीय के 22वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में आठ पूर्वोत्तर राज्यों के पीठासीन अधिकारी और विधायक भाग लेंगे।
इस सम्मेलन में नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और नगालैंड विधानसभा के अध्यक्ष एवं ‘सीपीए भारत क्षेत्र जोन-तृतीय’ के अध्यक्ष शारिंगेन लोंगकुमेर शामिल होंगे।
सम्मेलन का विषय ‘नीति, प्रगति और जनता: परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में विधानमंडल’ है और उप-विषय ‘विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में विधानमंडलों की भूमिका’ और ‘पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में हाल में हुई बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं के आलोक में जलवायु परिवर्तन’ हैं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीपीए भारत क्षेत्र तृतीय ने क्षेत्रीय सहयोग को आगे बढ़ाने, संसदीय सर्वोत्तम चलन को बढ़ावा देने और पूर्वोत्तर के लिए ‘एक्ट ईस्ट’ नीति एवं बुनियादी ढांचे के विकास जैसे विशिष्ट क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसकी प्रमुख उपलब्धियों में व्यापार और सहयोग के लिए भारत-आसियान दृष्टिकोण में पूर्वोत्तर क्षेत्र को शामिल करना और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने, व्यापारिक चौकियों को बढ़ाने एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान का आह्वान करना शामिल है।
यह क्षेत्र संसदीय प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने और प्रौद्योगिकियों के अधिक उपयोग के माध्यम से उन्हें अधिक सुलभ और समावेशी बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करता है, जैसा कि राष्ट्रीय ई-विधान ऐप्लीकेशन (नेवा) के कार्यान्वयन, डिजिटलीकरण कार्यक्रम और सक्रिय सार्वजनिक भागीदारी में देखा गया है।
भाषा सिम्मी प्रशांत
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