नयी दिल्ली, दो नवंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली में सत्तारूढ़ भाजपा के बीच रविवार को यमुना में प्रदूषण को लेकर बहस छिड़ गई तथा विपक्षी पार्टी के सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि छठ पर्व के बाद नदी फिर से प्रदूषित हो गई है।
भाजपा ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष ने यह ‘‘स्वीकार’’ कर खुद को ही नुकसान पहुंचाया है कि यमुना उसी स्थिति में ‘‘वापस’’ पहुंच गई है, जिस स्थिति में आप सरकार उसे छोड़ गई थी।
छठ पूजा समाप्त होने के कुछ दिनों बाद, आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख भारद्वाज ने रविवार को वासुदेव घाट का दौरा किया और आरोप लगाया कि कार्यकर्ता उस पाइपलाइन को हटा रहे हैं जिससे त्योहार के लिए ‘‘भाजपा द्वारा बनाई गई नकली नदी’’ को गुप्त रूप से फ़िल्टर किये गए पानी की आपूर्ति की गई थी।
एक वीडियो में, वह यमुना का काला पानी अपनी हथेलियों में लिए हुए देखे जा सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद, भाजपा सरकार अब अपने द्वारा बनाई गई नकली यमुना का नामोनिशान मिटा रही है।”
भारद्वाज ने पहले आरोप लगाया था कि छठ पूजा के लिए वासुदेव घाट पर नदी का एक हिस्सा साफ पानी से भर दिया गया था।
भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘वासुदेव घाट पर भाजपा गुप्त रूप से उस पाइपलाइन को हटा रही है जो कृत्रिम यमुना तक फिल्टर पानी ले जाती थी। असली यमुना, जो कभी सीवेज से भरी रहती थी और नकली यमुना के ठीक बगल में बहती थी, अब फिर से प्रदूषित हो गई है।’’
पलटवार करते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दिल्ली का हर नागरिक मानता है कि पिछले आठ महीनों में रेखा गुप्ता सरकार ने यमुना की सफाई के लिए सराहनीय काम किया है और आंशिक सफलता पहले ही दिखाई दे रही है।
कपूर ने कहा, ‘‘भारद्वाज ने कहा कि यमुना अपनी पुरानी प्रदूषित स्थिति में लौट आई है, यह वही स्थिति है जिसमें अरविंद केजरीवाल सरकार ने नदी को छोड़ दिया था।’’
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