(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, दो नवंबर (भाषा) नेपाल की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने रविवार को पांच मार्च को होने वाले आम चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में सभी सात प्रांतों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक संयुक्त बैठक की।
प्रधानमंत्री के प्रेस समन्वयक राम बहादुर रावल ने कहा कि यह बैठक बदले हुए राजनीतिक संदर्भ में संघीय और प्रांतीय सरकारों के बीच संवाद और समन्वय को मजबूत करने के लिए बुलाई गई थी।
कार्की (73 वर्ष) 12 सितंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के पद से हटने के बाद नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर युवाओं के नेतृत्व वाले ‘जेन जेड’ के विरोध प्रदर्शनों के बाद ओली को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।
यह बैठक आम चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श का एक और चरण था।
आम सहमति बनाने के उद्देश्य से अगले साल मार्च में होने वाले चुनाव से पहले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ-साथ ‘जेन जेड’ समूह के साथ कार्की की बैठकों का सिलसिला जारी है।
चुनाव के संबंध में राजनीतिक दलों द्वारा रुख स्पष्ट किये जाने की आवश्यकता को लेकर कार्की ने शनिवार को नेपाली कांग्रेस (एनसी) के महासचिव गगन थापा और विश्व प्रकाश शर्मा से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री कार्की के सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, एक घंटे तक चली यह बैठक सरकार की चुनाव तैयारियों, कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार और चुनाव से पहले पूरे किए जाने वाले अन्य कार्यों पर केंद्रित रही।
नेपाली कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें चुनावों में भागीदारी के लिए अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। बैठक के बाद नेकां नेता थापा और शर्मा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि कांग्रेस जल्द ही ‘जेन जेड’ समूह के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों के साथ भी गंभीर बातचीत करेगी।
कार्यवाहक सरकार के सितंबर में गठन के बाद कार्की ने पहली बार 21 अक्टूबर को आम चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी।
कार्की ने सभी राजनीतिक दलों से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में सहयोग मांगा, जबकि नेताओं ने सरकार से चुनाव के लिए अनुकूल माहौल बनाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री कार्की की मौजूदगी में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद गृह मंत्री आर्यल ने कहा, ‘‘सरकार समस्याओं के समाधान के लिए बातचीत और चर्चा के लिए हमेशा तैयार है।’’
भाषा संतोष वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
