पटना, दो नवंबर (भाषा) बिहार में पटना की एक अदालत ने मोकामा सीट से जनता दल (यूनाइटेड)-जद (यू) उम्मीदवार अनंत सिंह और उनके दो सहयोगियों को जन सुराज पार्टी समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के सिलसिले में रविवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मोकामा विधानसभा सीट से जद(यू) के प्रत्याशी अनंत सिंह को उनके सहयोगियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम के साथ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेश किया गया। ये तीनों इससे पहले यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए थे।
सिंह के अधिवक्ता नवीन कुमार ने बताया, “अदालत ने अनंत सिंह और दोनों अन्य आरोपियों को दो सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।”
इसके बाद पुलिस उन्हें पटना स्थित बेऊर जेल ले गई।
पूर्व विधायक अनंत सिंह पर तब से निगरानी रखी जा रही थी जब जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की मौत के बाद उन पर संलिप्तता के आरोप लगे थे। यादव की हाल में अनंत सिंह के समर्थकों से झड़प हुई थी। इसके बाद पुलिस ने शनिवार की देर रात सिंह को उनके मोकामा के बरह स्थित आवास (पटना से करीब 200 किलोमीटर दूर) से हिरासत में लिया था।
पुलिस ने यादव की हत्या के सिलसिले में सिंह सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। यादव की मौत बृहस्पतिवार को उस समय हुई जब वह मोकामा क्षेत्र में जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि यादव की मृत्यु हृदय और फेफड़ों में चोट लगने से हुए शॉक के कारण कार्डियोरेस्पिरेटरी फेल्योर से हुई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि मामला हत्या का है।
अधिकारी के अनुसार, जांच में यह भी पाया गया कि घटना के समय तीनों आरोपी मौके पर मौजूद थे। मामले की जांच के लिए कुल चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से एक आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित है। इनमें से एक प्राथमिकी में अनंत सिंह का नाम भी दर्ज किया गया है।
स्थानीय दबंग छवि वाले अनंत सिंह का नाम यादव के पोते द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में चार अन्य आरोपियों के साथ शामिल है। यादव स्वयं भी कई आपराधिक मामलों में नामजद रहे थे।
कई बार विधायक रह चुके अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी वर्तमान में मोकामा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं। सिंह पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उनके कई गाड़ियों वाले बड़े काफिले के साथ घूमने की घटनाएं सामने आई हैं।
भाषा
कैलाश रवि कांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
