नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) यात्रा प्रौद्योगिकी मंच ओयो की मूल कंपनी प्रिज्म ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से पहले अपनी अधिकृत शेयर पूंजी में वृद्धि सहित नए दौर की कॉर्पोरेट कार्रवाइयां शुरू की हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
‘पीटीआई-भाषा’ ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि ओयो नवंबर में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए दस्तावेज दाखिल करने की योजना बना रही है जिसमें आईपीओ के लिए सात-आठ अरब अमेरिकी डॉलर का मूल्यांकन शामिल है।
कंपनी ने 10 रुपये प्रति शेयर मूल्य के 20 लाख सीसीपीएस (अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय तरजही शेयर) जोड़कर अपनी अधिकृत शेयर पूंजी को 2,431.13 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2,433.13 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है।
यह आईपीओ की तैयारी और अन्य धन जुटाने की गतिविधियों से जुड़े पूंजी विस्तार के लिए अगस्त और सितंबर 2025 में शेयरधारकों की पूर्व मंजूरी के बाद किया गया।
वर्तमान प्रस्ताव बोनस सीसीपीएस जारी करने के लिए अधिकृत शेयर पूंजी को और बढ़ाने का है।
शेयरधारकों को भेजे गए पत्र में ओयो ने कहा, ‘‘ अधिकृत शेयर पूंजी में यह वृद्धि, निदेशक मंडल और कंपनी के शेयरधारकों द्वारा पहले ही अनुमोदित की जा चुकी अधिकृत शेयर पूंजी में की गई वृद्धि के अतिरिक्त है… जो कि कंपनी के प्रस्तावित आईपीओ की तैयारी के हिस्से के रूप में और अन्य पूंजी/धन जुटाने के लेन-देन को समायोजित करने के लिए की गई है।’’
कंपनी ने स्वतंत्र निदेशकों ट्रॉय मैथ्यू एल्स्टीड और विलियम स्टीव अल्ब्रेक्ट को ‘स्वेट इक्विटी’ के रूप में लगभग 47.5 लाख (47,46,768) शेयर जारी करने का भी प्रस्ताव किया है जिसका मूल्य 37.12 रुपये प्रति शेयर होगा।
यह निर्गम कंपनी के संचालन एवं रणनीतिक दिशा में उनके ‘‘ मूल्यवर्धन और पेशेवर योगदान’’ को मान्यता देते हुए उनके पारिश्रमिक का एक हिस्सा होगा। ये शेयर आवंटन से तीन साल के लिए ‘लॉक-इन’ रहेंगे।
कंपनी ने मौजूदा शेयरधारकों को प्रत्येक 6,000 शेयर के लिए एक बोनस सीसीपीएस के अनुपात में बोनस सीसीपीएस जारी करने का भी प्रस्ताव किया है जिसे मुक्त भंडार एवं प्रतिभूति प्रीमियम खाते से पूंजीकृत किया जाएगा।
शेयरधारकों को भेजे गए पत्र के अनुसार, बोनस सीसीपीएस ‘गैर-रिडीमेबल’ हैं और अनिवार्य रूप से शेयर में परिवर्तनीय हैं।
मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा, ‘‘ ये कदम बहुआयामी आईपीओ संरचना प्रयास का हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य प्रिज्म की पूंजी संरचना को सरल बनाना, मौजूदा शेयरधारकों को पुरस्कृत करना और कामकाज को सार्वजनिक बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप बनाना है। प्रस्ताव से पता चलता है कि आईपीओ दाखिल करने की तैयारियां अब अग्रणी चरण में हैं।’’
भाषा निहारिका मनीषा
मनीषा
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