बीजिंग, 23 अक्टूबर (भाषा) चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की एक अहम इकाई ने बृहस्पतिवार को अपनी चार दिवसीय बैठक के समापन पर पार्टी और सेना के प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति शी चिनफिंग के ‘‘महत्वपूर्ण’’ नेतृत्व की पुष्टि की।
बैठक में बड़े पैमाने पर शीर्ष सैन्य अधिकारियों को निष्कासित किए जाने का भी समर्थन किया गया। इसके साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ज्यादा शुल्क लगाने और उसके परिणामस्वरूप वैश्विक व्यापार पर उत्पन्न तनाव के प्रभाव को दूर करने के लिए अधिक लचीले घरेलू बाजार के निर्माण एवं अधिक आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए एक नयी 5-वर्षीय योजना का भी समर्थन किया गया।
सोमवार से बृहस्पतिवार तक आयोजित अधिवेशन में पार्टी और देश से शी के पीछे एकजुट होने का आह्वान किया गया। इस शक्तिशाली निकाय ‘प्लेनम’ के 370 सदस्य हैं।
शी (72) का यह तीसरा कार्यकाल है। बैठक के अंत में जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘इस सत्र में पार्टी, सेना और सभी जातीय समूहों के चीनी लोगों से शी चिनफिंग को केंद्र में रखकर पार्टी केंद्रीय समिति के इर्द-गिर्द और अधिक एकजुट होने का आह्वान किया गया।’’
बयान में कहा गया कि अधिवेशन में चीनी सेना के दूसरे नंबर के जनरल ही वेइदोंग के साथ ही आठ अन्य शीर्ष अधिकारियों को बर्खास्त करने को भी मंजूरी दी गई, जिन्हें भ्रष्टाचार, अनुशासन के उल्लंघन और कदाचारों के लिए सेना और पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
अधिवेशन में सेना के भ्रष्टाचार-विरोधी प्रमुख झांग शेंगमिन को जनरल वेइदोंग की जगह नियुक्त किया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया कि झांग को केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया है। शी सीएमसी के अध्यक्ष हैं और जनरल झांग यूक्सिया इस निकाय के एक अन्य उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
अधिवेशन से पहले, चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग शियाओगांग ने कहा कि दो शीर्ष जनरल के अलावा, सात पूर्व वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को भी सीपीसी और सेना से निष्कासित कर दिया गया है। निष्कासित सात अधिकारी सेना में प्रमुख पदों पर आसीन तीन-सितारा जनरल थे।
दिसंबर 2012 में शी द्वारा सीपीसी का नेतृत्व संभालने के बाद से, उनके निरंतर भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है और दंडित किया गया है, जिसके बारे में आलोचकों का कहना है कि इससे सेना और पार्टी दोनों में उनका नेतृत्व प्रभावी रूप से मजबूत हुआ है।
बैठक में वर्तमान पंचवर्षीय योजना की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए, नयी 15वीं पंचवर्षीय योजना (2026-2030) का भी समर्थन किया गया। बैठक में कहा गया कि यह नयी योजना महत्वपूर्ण होगी क्योंकि देश 2035 तक आधुनिकीकरण की दिशा में अपनी नींव को मज़बूत करने और सभी मोर्चों पर आगे बढ़ने के लिए काम कर रहा है। यह योजना अतीत और भविष्य के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेगी।
बयान के अनुसार, वर्तमान में, चीन विकास के ऐसे दौर में है जहां जोखिम और चुनौतियों के साथ-साथ रणनीतिक अवसर भी मौजूद हैं, जबकि अनिश्चितताएं और अप्रत्याशित कारक बढ़ रहे हैं। नयी योजना अवधि के दौरान, देश को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में और अधिक आत्मनिर्भरता और शक्ति प्राप्त करनी चाहिए तथा नयी, गुणवत्तापूर्ण उत्पादक शक्तियों के विकास को गति देनी चाहिए। उसे एक मज़बूत घरेलू बाज़ार का निर्माण करना चाहिए और विकास के एक नए स्वरूप को बढ़ावा देने के लिए तेज़ी से काम करना चाहिए।
भाषा आशीष नेत्रपाल
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