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Saturday, 27 September, 2025
होमदेश‘आई लव मोहम्मद’ विवाद: बरेली के बाद बाराबंकी, मऊ और मुजफ्फरनगर में भी तनाव, पुलिस का कड़ा पहरा

‘आई लव मोहम्मद’ विवाद: बरेली के बाद बाराबंकी, मऊ और मुजफ्फरनगर में भी तनाव, पुलिस का कड़ा पहरा

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बरेली/बाराबंकी/मऊ/वाराणसी/ मुजफ्फरनगर, 27 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद बाराबंकी और मऊ जिलों में भी तनाव बढ़ गया है, ऐसे में पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

उसने बताया कि बरेली और वाराणसी में माहौल बिगाड़ने के आरोप में आठ-आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारियों ने शनिवार को दावा किया कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।

उन्होंने बताया कि बरेली में शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक पुलिस ने घर-घर दबिश दी और करीब 36 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है, जबकि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा समेत आठ आरोपियों को माहौल खराब करने के आरोप में गिरफ्तार कर विधिक प्रक्रिया पूरी कर जेल भेज दिया गया।

बरेली के जिलाधिकारी अवनीश सिंह ने शनिवार को बताया कि बरेली में स्थिति सामान्य है और स्कूल-कॉलेज एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले हुए हैं।

पुलिस के अनुसार, अब तक बरेली के विभिन्न थानों में कुल छह मामले दर्ज किए गए हैं।

बरेली के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजय कुमार साहनी के अनुसार, पुलिस और खुफिया विभाग की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि यह बवाल अचानक नहीं भड़का, बल्कि यह एक ‘‘पूर्व नियोजित साजिश’’ थी।

पुलिस का कहना है कि खुफिया रिपोर्ट और वीडियो फुटेज के आधार पर कुछ स्थानीय नेताओं के नाम भी सामने आए हैं।

साहनी ने कहा कि बरेली के अमन-चैन को बिगाड़ने वालों को जेल भेजा जाएगा और उनके खिलाफ गुंडा अधिनियम, गैंगस्टर अधिनियम और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

शुक्रवार देर शाम बवाल थमने के बाद भी अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रमित शर्मा, डीआईजी साहनी, एसएसपी अनुराग आर्य समेत पुलिस की टीम पूरी रात सड़कों पर तैनात रहीं।

एक अधिकारी ने बताया कि बरेली में हालात अब काबू में हैं, लेकिन दोबारा कोई उपद्रव न हो, इसके लिए 15 जिलों से पुलिस बल, ‘प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी’ (पीएसी) और अर्धसैनिक बल की कंपनियां तैनात कर दी गई हैं।

अधिकारी के अनुसार लगभग 8000 से अधिक जवान पूरे शहर में तैनात हैं। हर गली, चौराहे और संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की मौजूदगी है।

बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रमित शर्मा ने मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, शाहजहांपुर, बदायूं, पीलीभीत समेत सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को तत्काल बल भेजने और एसएसपी बरेली से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं। अगले आदेश तक सभी जिलों का बल बरेली में ही तैनात रहेगा।

इस बीच वाराणसी पुलिस ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि सिगरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने ‘आई लव मोहम्मद’ के नाम का पोस्टर और बैनर लेकर बिना अनुमति के जुलूस निकालकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने एवं अराजकता फैलाने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया।

इसके अलावा एक बाल अपचारी को भी हिरासत में लिया गया है।

पुलिस का कहना है कि वाराणसी में जुलूस का फुटेज एवं वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि जुलूस में शामिल एक समुदाय के लोग जानबूझकर सम्प्रादायिक माहौल खराब कर विवाद उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में पुलिस ने अभियोग पंजीकृत किया है।

राज्य की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के फैजुल्लागंज गांव में शुक्रवार रात ‘‘आई लव मोहम्मद’’ लिखा बैनर तोड़े जाने पर तनाव फैल गया।

घटना के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

एक पक्ष ने आरोप लगाया कि शुक्रवार रात एक स्थानीय चौकीदार धन्नी ने डंडे से रस्सी तोड़कर बैनर नीचे गिरा दिया, जिसके बाद एक समुदाय के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और नाराजगी जताई।

दूसरे पक्ष के लोग भी जुटने लगे, जिससे गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया।

इसी दौरान धन्नी के घर पर कुछ युवकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने की भी बात सामने आई और सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई।

अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। हालात पर काबू पाने के लिए दोनों पक्षों से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया।

पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय देर रात भी गांव पहुंचे और पीएसी को तैनात किया गया।

फिलहाल गांव छावनी में तब्दील है और पुलिस हालात पर लगातार नजर रखे हुए है।

धन्नी की पत्नी ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की और सामान भी उठा ले गए।

पूरी घटना पास की मस्जिद में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। फुटेज में धन्नी को डंडे से बैनर गिराते हुए देखा गया। पुलिस ने वीडियो कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी अजय सिंह ने बताया कि बैनर हटाने को लेकर विवाद हुआ था, लेकिन अब शांति है।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इलाके में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि बाराबंकी में शुक्रवार को जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के फैजुल्लागंज गांव में ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे एक बैनर को कथित तौर पर फाड़े जाने के बाद जुलूस निकालने के आरोप में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शांति बनाए रखने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में अरमान, साहेब आलम, जाहिज, अबरार, मेराज, गुफरान, मुजम्मिल और अमन शामिल हैं।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में मुहम्मदाबाद गोहना थाना क्षेत्र के नयी बाजार इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के तहत जुलूस निकाला।

इस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें खदेड़ते हुए हल्का बल प्रयोग किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

मऊ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) इलमारन ने कहा कि सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर है और पूरे मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई की जा रही है।

वहीं मुजफ्फरनगर में ‘आई लव मोहम्मद’ घटना के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और अलग-अलग जगहों पर आपत्तिजनक स्टिकर और पर्चे लगाने के आरोप में कम से कम पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।

एसएसपी संजय कुमार ने यहां पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने शनिवार को तितावी थानाक्षेत्र में तीन लोगों हमजा, ओसामा व नजाकत को गिरफ्तार किया और उनके पास से आपत्तिजनक पर्चे व स्टिकर जब्त किए।

दूसरी घटना में, खालापार थानाक्षेत्र में दो लोगों सिकंदर और नावेद को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से आपत्तिजनक पर्चे, स्टिकर, प्रिंटर और लैपटॉप जब्त किए गए।

पुलिस ने बताया कि वे सार्वजनिक स्थानों और वाहनों पर पर्चे व स्टिकर लगाते पाए गए थे।

एसएसपी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, मुजफ्फरनगर जिले के जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने निषेधाज्ञा लागू कर दी और बिना अनुमति सभी जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया।

भाषा सं आनन्द जफर खारी राजकुमार जितेंद्र

जितेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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