नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) भारत में कोका-कोला के उत्पादों की बॉटलिंग करने वाली तीन कंपनियां देश के खाद्य प्रसंस्करण बुनियादी ढांचे के विस्तार पर संयुक्त रूप से 25,760 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
इन कंपनियों ने नई एवं मौजूदा परियोजनाओं के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
बॉटलिंग इकाई पेय पदार्थ को बोतलों में भरकर पैक करती है और उसे बाजार में बिक्री के लिए पहुंचाने का काम करती है।
एसएलएमजी बेवरेजेज, हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज (कोका-कोला की पूर्ण स्वामित्व वाली बॉटलिंग इकाई) और कंधारी ग्रुप ऑफ कंपनीज ने निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है। यह निवेश उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू सहित नौ राज्यों में किया जाएगा।
एसएलएमजी बेवरेजेज के संयुक्त प्रबंध निदेशक परितोष लधानी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कोका-कोला इंडिया और एसएलएमजी बेवरेजेज सहित अन्य सभी ‘बॉटलर्स’ ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के साथ 25,760 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।’’
लधानी ने कहा कि भारत में कोका-कोला की सबसे बड़ी ‘बॉटलर’ एसएलएमजी बेवरेजेज 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
इन परियोजनाओं से रोजगार के 30,000 प्रत्यक्ष और 3,00,000 अप्रत्यक्ष अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है। इनका क्रियान्वयन इसी वर्ष शुरू होगा और 2030 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने प्रस्तावित निवेश के लिए जरूरी नियामकीय मंजूरी पाने में सहायता का आश्वासन दिया है।
भारत वैश्विक स्तर पर कोका-कोला का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है। दिग्गज शीतल पेय कंपनी यहां पर रणनीतिक विस्तार के माध्यम से अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रही है।
भाषा निहारिका प्रेम
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