श्रीनगर, 24 अगस्त (भाषा) अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा अधिग्रहित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) स्कूलों के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए या राजनीतिक हिसाब-किताब बराबर करने के साधन के रूप में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
केंद्र शासित प्रदेश सरकार ने घाटी में जेईआई से जुड़े फलाह-ए-आम ट्रस्ट (एफएटी) के 215 स्कूलों का प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया है। इसके एक दिन बाद बुखारी ने यह टिप्पणी की।
बुखारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सरकार (सत्तारूढ़ दल) को यह समझना होगा कि एफएटी स्कूलों का मुद्दा उनमें भर्ती हजारों विद्यार्थियों के भविष्य से सीधे जुड़ा है। इस मामले में जनभावनाएं जुड़ी हैं।”
उन्होंने कहा, “ इसलिए, इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ के लिए राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए या इसका राजनीतिक हिसाब-किताब चुकाने के साधन के रूप में उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।”
शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने आश्वासन दिया है कि नई प्रबंधन समितियों का गठन होते ही स्कूलों को उन्हें सौंप दिया जाएगा। इस पर अपनी पार्टी के अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि आश्वासन पर अमल होगा।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने घाटी के लगभग सभी राजनीतिक दलों की तीखी आलोचना के बीच प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 215 स्कूलों का प्रबंधन शनिवार को अपने हाथ में ले लिया।
भाषा नोमान प्रशांत
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