त्रिशूर (केरल), 23 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अगले महीने होने वाले वैश्विक अयप्पा संगमम में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को आमंत्रित करने के लिए केरल सरकार की आलोचना की है।
भाजपा ने कहा कि केरल सरकार का यह कदम ‘‘हिटलर द्वारा यहूदियों का सम्मान करने जैसा है।’’
भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में मासिक धर्म की आयु वर्ग वाली महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के वामपंथी सरकार के 2018 के फैसले का उल्लेख किया।
चंद्रशेखर ने स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म के खिलाफ बयान का उल्लेख करते हुए केरल में मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘पिनारायी विजयन द्वारा सबरीमला परंपराओं और भक्तों का अपमान करने तथा कई लोगों को जेल में डालने के बाद, और कॉमरेड एम के स्टालिन और उनके पुत्र उदयनिधि स्टालिन द्वारा हिंदुओं और हिंदू धर्म का अपमान करने के बाद, अब वे चुनाव के मद्देनजर भगवान अयप्पा को गले लगाना चाहते हैं। ’’
उन्होंने आरोप लगाया कि ये सभी कदम ‘‘वोट बैंक’’ को खुश करने के उद्देश्य से उठाए गए हैं।
चंद्रशेखर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और द्रमुक जैसी ‘इंडिया’ गठबंधन की पार्टियों का सबरीमला कार्यक्रम में जाना उतना ही अवास्तविक है जितना कि हिटलर का यहूदियों का सम्मान करना। ये उतना ही अवास्तविक है जैसे राहुल गांधी सच बोल रहे हैं, ओसामा बिन लादेन शांति का दूत बन रहा है, हमास/जमात इस्लामी अन्य धर्मों के लोगों का सम्मान कर रहा है, कांग्रेस/इंडिया गठबंधन वंशवाद और भ्रष्टाचार को त्याग रहा है। ’’
चंद्रशेखर ने कहा कि देश के लोग, विशेषकर केरलवासी और तमिल, जानते हैं कि यह केवल चुनाव के समय ‘‘लोगों को मूर्ख’’ बनाने की रणनीति है।
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