मदुरै (तमिलनाडु), 21 अगस्त (भाषा) तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) के प्रमुख विजय ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले साल होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी राज्य के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगी, जो 1967 और 1977 के विधानसभा चुनावों में क्षेत्रीय दलों की उपलब्धियों जैसा ही होगा।
वर्ष 1967 में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की पहली जीत और एक दशक बाद एमजी रामचंद्रन के नेतृत्व में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की यादगार जीत का जिक्र करते हुए विजय ने कहा कि उनकी पार्टी 2026 के विधानसभा चुनावों में तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
अभिनेता से नेता बने विजय ने यहां परापति में पार्टी के द्वितीय सम्मेलन में उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘टीवीके की राजनीति वास्तविक, भावनात्मक, लोगों की बेहतरी और केवल उनकी भलाई के लिए है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारा दूसरा सम्मेलन है, जिसका विषय ‘मतदाताओं की वापसी का इतिहास’ है। वर्ष 1967 और 1977 के चुनावों की तरह, 2026 में तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। ऐसा ही एक शानदार इतिहास दोहराया जाएगा।’’
उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी जनता की आवाज को प्रतिबिम्बित करती है और यह अजेय आवाज और एक अजेय शक्ति है।
अपनी पार्टी की चुनावी संभावनाओं को लेकर राजनीतिक विरोधियों द्वारा की जा रही आलोचना की ओर इशारा करते हुए विजय ने कहा कि टीवीके अपनी उपलब्धियों के जरिये उन्हें (राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को) गलत साबित कर देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कम मत आंकिए, हमारे सम्मेलन में आने वाले लोग न केवल वोट देंगे, बल्कि जनविरोधी सरकार को करारा झटका भी देंगे… शेर हमेशा शेर ही रहता है- जंगल का राजा- यद्यपि जंगल में गीदड़ जैसे कई जानवर होते हैं।’’
भाषा सुरेश पवनेश
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