अहमदाबाद, 20 अगस्त (भाषा) गुजरात के कई तटीय जिलों में बुधवार को भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए और निचले इलाकों से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। जूनागढ़ के मेंदर्दा तालुका में 12 घंटे में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों में और बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में जूनागढ़ के कई हिस्सों में सुबह बहुत भारी बारिश हुई। मौसम ब्यूरो ने बृहस्पतिवार सुबह तक जिले के कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश से लेकर असाधारण रूप से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, मेंदार्दा तालुका में बुधवार शाम छह बजे खत्म हुए 12 घंटों में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि केशोद तालुका में इसी अवधि में 280 मिमी बारिश हुई।
पोरबंदर, नवसारी और वलसाड सहित अन्य जिलों में दिन में भारी बारिश हुई, जिसके कारण प्रशासन को प्रभावित लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान शुरू करना पड़ा।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य इकाई एसडीआरएफ की कई टीमों को उन क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाने के लिए तैनात किया गया है जहां भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है।
बारिश के कारण कई नदियां उफना गईं, जिससे आस-पास के गांवों के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई।
अधिकारियों ने बताया कि पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में बाढ़ के कारण एक स्कूल के 46 बच्चे और चार शिक्षक फंस गए।
जूनागढ़ के कलेक्टर अनिल राणावसिया ने कहा कि जिले के तीन तालुका भारी बारिश से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं, तथा बांध के उफान पर होने के कारण 52 निचले गांवों को अलर्ट पर रखा गया है।
उन्होंने बताया कि मनावदर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
भाषा
नोमान पवनेश
पवनेश
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