नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) जुलाई के महीने में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर दो माह के निचले स्तर दो प्रतिशत पर आ गई। कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस एवं रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में गिरावट से ऐसा हुआ।
बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। पिछले वर्ष जुलाई में इन आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रही थी जबकि जून, 2025 में यह 2.2 प्रतिशत रही।
जुलाई महीने में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में गिरावट से बुनियादी उद्योगों की समग्र वृद्धि दर प्रभावित हुई।
उर्वरक और बिजली उत्पादन की वृद्धि भी पिछले महीने घटकर क्रमशः दो प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत पर आ गई जबकि जुलाई, 2024 में ये आंकड़े 5.3 प्रतिशत और 7.9 प्रतिशत थे।
हालांकि, जुलाई में इस्पात और सीमेंट उत्पादन का प्रदर्शन अच्छा रहा। इन क्षेत्रों ने पिछले महीने क्रमशः 12.8 प्रतिशत और 11.7 प्रतिशत की तेज वृद्धि दर्ज की।
चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में इन आठ बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर 1.6 प्रतिशत रही है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 6.3 प्रतिशत थी।
रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने इन आंकड़ों पर कहा कि जुलाई, 2025 में कोयला उत्पादन में सालाना आधार पर गिरावट बढ़कर 12.3 प्रतिशत हो गई जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है। इसकी वजह से प्रमुख क्षेत्रों की समग्र वृद्धि पर दबाव पड़ा।
नायर ने कहा, ‘‘प्रमुख उद्योगों के उत्पादन रुझानों को देखते हुए इक्रा को जुलाई में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत से लेकर 2.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।’’
भाषा प्रेम अजय
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