मुंबई, 20 अगस्त (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया शुरुआती नुकसान से उबरकर छह पैसे की बढ़त के साथ 87.07 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि व्यापार शुल्क को लेकर तनाव कम होने और रूस व यूक्रेन के बीच शांति की उम्मीदों ने निवेशकों को उत्साहित किया है। इसके अलावा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में प्रस्तावित सुधारों और एक विदेशी एजेंसी द्वारा हाल ही में ‘क्रेडिट रेटिंग’ में सुधार से भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ा है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.16 प्रति डॉलर पर कमजोर रुख के साथ लेकिन दिन में नुकसान की भरपाई करते हुए 86.98 प्रति डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। अंत में यह 87.07 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से छह पैसे की बढ़त है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.13 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान में जिंस एवं मुद्रा के शोध विशलेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ हमारा अनुमान है कि व्यापार शुल्क तनाव कम होने तथा रूस और यूक्रेन के बीच शांति की उम्मीदों के बीच वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने से रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।’’
घरेलू बाजार में सकारात्मक रुख ने भी स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया।
चौधरी ने कहा, ‘‘ डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 86.60 से 87.30 के बीच रहने का अनुमान है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.20 पर आ गया।
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 213.45 अंक चढ़कर 81,857.84 अंक पर और निफ्टी 69.90 अंक की बढ़त के साथ 25,050.55 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.67 प्रतिशत चढ़कर 66.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 634.26 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका अजय
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