(लक्ष्मी देवी ऐरे)
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) उर्वरक बनाने वाली कंपनी पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड (पीपीएल) अगले तीन साल में क्षमता विस्तार में 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में 30 लाख टन की बिक्री हासिल करने का है। कंपनी भारत के दो करोड़ टन फॉस्फेटिक उर्वरक क्षेत्र में अपनी बाजार हिस्सेदारी दोगुनी करना चाहती है।
भुवनेश्वर स्थित इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 14,000 करोड़ रुपये का कारोबार किया था।
कंपनी का लक्ष्य 2025-26 तक उत्पादन क्षमता को 26 लाख टन से बढ़ाकर 37 लाख टन करके अपनी बाजार हिस्सेदारी को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत तक पहुंचाना है।
पीपीएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुरेश कृष्णन ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘खुदरा और किसानों के स्तर पर मजबूत वृद्धि के साथ इस सत्र की शुरुआत में उर्वरक की बिक्री में वास्तव में तेजी आई है। हमारे विपणन क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता काफी अच्छी रही है।’’
पीपीएल की विस्तार रणनीति मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एमसीएफएल) के विलय पर केंद्रित है, जिसके चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
इस अधिग्रहण से सात लाख टन अतिरिक्त क्षमता जुड़ेगी और मैंगलोर में छह लाख टन क्षमता वाले एक नए फॉस्फेटिक उर्वरक संयंत्र का निर्माण संभव होगा।
कृष्णन ने कहा कि कंपनी की विस्तार योजनाओं को आंतरिक स्रोतों और चुनिंदा कर्ज के जरिये वित्तपोषित किया जाएगा। पीपीएल के पास 4,300 करोड़ रुपये से ज्यादा की पूंजी है और दीर्घकालिक ऋण 1,000 करोड़ रुपये से कम है।
उन्होंने कहा, ‘‘एमसीएफएल के विलय और इस साल के वित्तीय परिणामों के साथ, हमें उम्मीद है कि हमारी कुल संपत्ति (नेटवर्थ) 5,500 करोड़ रुपये से अधिक होगी।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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