नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘समुद्र मंथन’ की तरफ कदम बढ़ाया गया है तथा तेल एवं गैस के भंडार की खोज के मकसद से मिशन मोड में काम हो रहा है।
उन्होंने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि ‘नेशनल डीपवाटर एक्सप्लोरेशन मिशन’ शुरू किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘क्रिटिकल मिनरल’ के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि इनकी खोज के लिए ‘नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन’ के तहत 1200 से अधिक स्थानों पर काम शुरू किया गया है।
उन्होंने इस बात का उल्लेख किया, ‘‘देश को विकसित बनाने के लिए हम अब समुद्र मंथन की तरफ जा रहे हैं। हम समुद्र के भीतर के तेल और गैस के भंडार को खोजने की दिशा में मिशन मोड में काम करने जा रहे हैं। भारत में हम ‘नेशनल डीपवाटर एक्सप्लोरेशन मिशन’ शुरू करने जा रहे हैं। यह ऊर्जा क्षेत्र में स्वतंत्र बनने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज पूरा विश्व ‘क्रिटिकल मिनरल’ के लिए बहुत सतर्क हो गया है। उसके सामर्थ्य को लोग समझने लगे हैं। हमारे के लिए भी ‘क्रिटिकल मिनरल’ में आत्मनिर्भरता बहुत अनिवार्य है।’’
‘क्रिटिकल मिनरल’ वे खनिज हैं जो आधुनिक तकनीकों और उद्योगों के लिए आवश्यक हैं, लेकिन उनकी उपलब्धता सीमित है या कुछ ही देशों में केंद्रित है।
भाषा हक हक मनीषा
मनीषा
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