भुवनेश्वर/केंद्रपाड़ा, सात अगस्त (भाषा) ओडिशा के केंद्रपाड़ा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा का बृहस्पतिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। दूसरी ओर पुलिस अधिकारियों ने छह महीने पहले छात्रा की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार करने के आरोपी सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) का तबादला कर दिया।
बताया जा रहा है कि छात्रा के पूर्व प्रेमी ने उसे ब्लैकमेल किया था, जिसके बाद उसने बुधवार को केंद्रपाड़ा में अपने घर में खुद को आग लगाकर जान दे दी।
छात्रा के पिता ने शिकायत की थी कि पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाने के एएसआई शैलेन्द्र मोहन पलेई ने उसके पूर्व प्रेमी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी।
केंद्रपाड़ा के एसपी सिद्धार्थ कटारिया ने कहा कि पीड़िता के पिता के आरोपों की पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए पलेई को पुलिस जिला मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है।
एसपी ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होती है और शव का पोस्टमार्टम कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया गया।
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया था कि एएसआई ने उनसे और उनकी बेटी से उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर ब्लॉक करने को कहा था।
पलेई ने हालांकि आरोपों से इनकार किया है।
उन्होंने दावा किया, ‘मुझे (इस संबंध में) कोई शिकायत नहीं मिली है और महिला के पिता कभी हमारे थाने नहीं आए। मैंने कभी किसी को कोई फोन नंबर ब्लॉक करने का सुझाव नहीं दिया।’
पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पट्टामुंडई (ग्रामीण) थाने में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है, क्योंकि परिवार ने अब तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘परिवार अंतिम संस्कार के बाद नयी प्राथमिकी दर्ज करा सकता है।’
इस बीच, विपक्षी दलों बीजद, कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा की ‘तथ्यान्वेषण टीम’ पीड़िता के गांव पहुंची और केंद्रपाड़ा के एसपी से मुलाकात की।
कांग्रेस तथ्यान्वेषण दल की नेता सस्मिता बेहरा ने कहा, ‘हमने मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है क्योंकि एएसआई पर, प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार करके कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप है।’
स्थानीय विधायक गणेश्वर बेहरे के नेतृत्व में बीजद के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और उनके माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
बेहरा ने कहा, ‘हम अपराध शाखा से जांच की मांग करते हैं क्योंकि पुलिस भी इस मामले में एक पक्ष है।’
पूर्व सांसद अर्चना नायक के नेतृत्व में भाजपा की एक टीम ने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में शामिल दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करती है।
बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट में इस घटना को राज्य की भाजपा सरकार की ‘भयावह उपेक्षा’ करार दिया।
उन्होंने कहा. ‘यह जानकर बहुत दुख हुआ कि केंद्रपाड़ा के पट्टामुंडई की एक लड़की ने न्याय की गुहार एक बार भी अनसुनी होने के बाद हताश होकर खुद को आग लगा ली। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उस युवती के साथ हैं और मैं उसके परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं। ईश्वर परिवार के सदस्यों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।’
बारह जुलाई के बाद से ओडिशा में किसी महिला की जलने से मौत होने की यह तीसरी घटना है।
बालासोर के एफएम कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने 12 जुलाई को कॉलेज परिसर में आत्मदाह कर लिया था और दो दिन बाद उसकी मौत हो गई थी।
पुरी जिले के बलंगा इलाके की 15 वर्षीय लड़की की भी दो अगस्त को इसी तरह मौत हो गई। उसकी मां ने दावा किया कि उसे तीन अज्ञात व्यक्तियों ने आग लगा दी थी, लेकिन पुलिस ने दावा किया कि इस घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं था।
भाषा जोहेब देवेंद्र
देवेंद्र
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