नयी दिल्ली, 28 जुलाई (भाषा) देश की सबसे बड़ी सीमेंट विनिर्माता कंपनी अल्ट्राटेक ने वित्त वर्ष 2025-26 में लगभग सात प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद जताते हुए अपनी क्षमता विस्तार, ऊर्जा और दक्षता पहल के लिए 10,000 करोड़ तक का पूंजीगत व्यय आवंटित किया है।
आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में इस पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव किया गया है।
कंपनी ने हाल ही में दक्षिण भारत स्थित इंडिया सीमेंट्स और केसोराम इंडस्ट्रीज के सीमेंट कारोबार का अधिग्रहण किया है। इसके साथ इसकी क्षमता में 2.63 करोड़ टन सालाना का इजाफा हुआ है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026-27 तक 2.88 करोड़ टन सालाना की आतंरिक क्षमता वृद्धि की भी योजना बनाई है।
वित्त वर्ष 2024-25 में 75,000 करोड़ रुपये का राजस्व आंकड़ा पार करने वाली कंपनी को उच्च मात्रा में वृद्धि और बेहतर मार्जिन के दम पर शुद्ध ऋण एवं कर-पूर्व आय (एबिटा) के अनुपात में कमी आने की उम्मीद है।
अल्ट्राटेक के प्रबंध निदेशक के सी झांवर ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि मार्च, 2025 में उनका शुद्ध ऋण एवं एबिटा अनुपात 1.33 गुना हो गया था, लेकिन उन्हें तेजी से इसमें कमी आने की उम्मीद है।
कंपनी ने बताया कि बुनियादी ढांचे के विकास, किफायती आवास और शहरीकरण पर सरकार के लगातार ध्यान केंद्रित करने जैसे कारकों से सीमेंट की मांग को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि जून तिमाही के अंत में कंपनी की एकीकृत क्षमता 19.22 करोड़ टन प्रतिवर्ष तक पहुंच गई है और अब इसने 20 करोड़ टन सालाना के लक्ष्य की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए हैं।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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