नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों में बम रखे होने की बार-बार मिल रही धमकियों पर अभिभावकों ने निराशा व चिंता व्यक्त की और अधिकारियों से दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
बुधवार को पांच निजी विद्यालयों को ईमेल के जरिये मिली फर्जी धमकियों के बाद अभिभावकों ने यह प्रतिक्रिया दी।
राष्ट्रीय राजधानी के शैक्षणिक संस्थानों को लगातार तीसरे दिन इस तरह की बम रखे होने की धमकियां मिली, जो बाद में फर्जी निकलीं।
द्वारका स्थित ‘सेंट थॉमस स्कूल’ को बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल बुधवार तड़के पांच बजकर 26 मिनट पर अग्निशमन विभाग को मिला।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वसंत कुंज स्थित ‘वसंत वैली स्कूल’ को सुबह साढ़े छह बजे, हौज खास स्थित ‘मदर इंटरनेशनल’ को सुबह आठ बजकर 12 मिनट पर और पश्चिम विहार स्थित ‘रिचमंड ग्लोबल स्कूल’ को सुबह आठ बजकर 11 मिनट पर बम रखे होने की धमकी मिली।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोधी एस्टेट स्थित सरदार पटेल विद्यालय को भी धमकी भरा एक ईमेल मिला।
उन्होंने बताया कि स्कूल की गहन जांच की गई लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
बम की धमकियों के बाद एहतियातन स्कूल खाली करवाए गए और अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए दौड़े अभिभावकों में बेचैनी देखी गई।
द्वारका स्थित ‘सेंट थॉमस स्कूल’ को बीते 24 घंटे से भी कम समय में दो बार ईमेल के जरिये धमकियां मिलीं।
स्कूल में पढ़ने वाले 12 वर्षीय एक छात्र के पिता राकेश अरोड़ा ने कहा, “विद्यालयों को बम रखे होने की धमकियां मिलना बेहद चिंताजनक है। इससे न केवल डर पैदा होता है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित होती है।”
‘सेंट थॉमस स्कूल’ के बाहर इंतजार कर रही एक छात्र की मां अनीता मेहरा ने कहा कि यह अनिश्चितता बेहद परेशान करने वाली है।
उन्होंने कहा, “हम सुनते रहते हैं कि ये धमकियां झूठी हैं लेकिन कोई भी अभिभावक कैसे चैन से बैठ सकता है? जैसे ही मुझे फोन आया, मैं सब कुछ छोड़कर दौड़ पड़ी। जब मैं अपनी बच्ची को लेने आई, तो वह भी बहुत चिंतित थी।”
‘वसंत वैली स्कूल’ के बाहर एक अभिभावक ने बताया कि वह समाचार देखने के तुरंत बाद स्कूल पहुंचे। दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने बार-बार मिल रही धमकियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
अपराजिता ने कहा, “लगातार तीसरे दिन विद्यालयों को मिल रही बम रखे होने की धमकियों से हम सभी बेहद चिंतित और परेशान हैं। हमारे बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और ऐसी घटनाएं पूरी तरह अस्वीकार्य हैं।”
उन्होंने अधिकारियों से दोषियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए तत्काल और कड़े कदम उठाने का आग्रह किया।
अपराजिता ने कहा कि अभिभावक और छात्र दोनों ही भय के साये में जी रहे हैं तथा शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा की भावना बहाल करना जरूरी है।
तीन दिन में शहर के नौ विद्यालयों को कुल मिलाकर बम रखे होने की धमकी वाले 10 ईमेल मिले हैं।
भाषा जितेंद्र नरेश
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