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Saturday, 12 July, 2025
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बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान में बाघ के तीन शावकों की मौत

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बेंगलुरु, 12 जुलाई (भाषा) बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (बीबीपी) में बाघिन द्वारा जन्म देने के बाद कथित रूप से छोड़ दिए गए उसके तीन शावकों की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि बाघिन ‘हिमा दास’ ने सात जुलाई को तीन शावकों को जन्म दिया, लेकिन जन्म के बाद उसने उनकी देखभाल नहीं की जिसके कारण तीनों शावक घायल हो गए।

बीबीपी के अनुसार, शावकों को गहन चिकित्सा और उनके पालन-पोषण के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। आठ जुलाई को एक नर शावक की मौत हुई, जबकि नौ जुलाई को एक और नर तथा एक मादा शावक की मृत्यु हो गई।

बीबीपी ने एक बयान में कहा, ‘‘पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमॉर्टम किया गया। एक नर शावक की मौत गर्दन की चोट के कारण हुई जो उसकी मां (बाघिन) के पैरों तले दबने से आई थी। दूसरे नर शावक की मौत सिर पर मां द्वारा काटे जाने से हुई जिससे उसके मस्तिष्क में चोट और रक्तस्राव हुआ। मादा शावक की भी मौत दबने की वजह से हुई।’’

अधिकारियों ने बताया कि इस पूरी घटना की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही थी और पशु देखभाल कर्मियों तथा चिकित्सकों ने बाघिन और शावकों की देखभाल में हरसंभव सावधानी बरती।

बयान में कहा गया, ‘‘प्राकृतिक रूप से मां अपने शावकों की देखभाल करती है, लेकिन बंदी अवस्था में कई बार मातृत्व प्रवृत्ति की कमी के कारण वे शावकों को छोड़ देती हैं। ऐसी स्थिति में चिड़ियाघर अस्पताल में उन्हें पाला जाता है।’’

यह घटना एमएम हिल्स के हुग्यम रेंज में 26 जून को एक बाघिन और उसके चार शावकों की मौत के बाद हुई है।

भाषा

राखी नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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