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Tuesday, 15 July, 2025
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उप्र: अंतरिक्ष से वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा शुभांशु शुक्ला का परिवार

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लखनऊ, 11 जुलाई (भाषा) ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का परिवार अंतरिक्ष से उनकी सकुशल वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे बेहद खुश हैं।

नासा के ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर गये ग्रुप कैप्टन और गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में एक शुभांशु शुक्ला के परिवार ने शुक्रवार को उनसे बात करने के बाद खुशी और गर्व व्यक्त किया।

परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे लोग 14 जुलाई को पृथ्वी पर उनकी (शुभांशु) सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर ‘पीटीआई-वीडियो’ सेवा से कहा कि परिवार यह जानकर राहत महसूस कर रहा है कि मिशन सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, “अंतरिक्ष में सब कुछ ठीक है। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि उनका मिशन ठीक चल रहा है। उन्होंने हमें दिखाया कि वह कहां काम करते हैं, कहां सोते हैं, उनकी प्रयोगशाला और उनकी दिनचर्या कैसी है।”

पिता ने कहा, “उनसे (शुभांशु) बात कर हमें बहुत खुशी हुई। उन्होंने हमें सब कुछ बहुत स्पष्ट रूप से समझाया। हम लोग यहां उनका स्वागत करने के लिए तत्पर हैं। हमारा पूरा परिवार व दूर-दराज के रिश्तेदार खुश हैं और उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं।’’

शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने कहा कि वह अपने बेटे द्वारा अंतरिक्ष से साझा किए गए दृश्यों से विशेष रूप से प्रभावित हुईं।

उन्होंने कहा, “उसने (शुभांशु ने) हमें बताया कि ऊपर से पृथ्वी कितनी सुंदर दिखती है। उसने हमें अंतरिक्ष केंद्र से दृश्य दिखाए, जहां वह काम करता है और रहता है। यह सब देखकर बहुत अच्छा लगा और अपने बेटे को खुश व स्वस्थ देखकर और भी ज्यादा अच्छा लगा।”

मां आशा ने एक सवाल के जवाब में कहा, “बिल्कुल, हम इंतजार कर रहे हैं। वापसी मौसम और अन्य परिस्थितियों पर भी निर्भर करती है लेकिन जब भी वह वापस आएगा, हम स्वागत के लिए तैयार हैं।”

जब उनसे पूछा गया कि शुभांशु के स्वागत के लिए क्या तैयारियां की जा रही हैं, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं जो चाहे बनाऊंगी। उसने हमें बताया कि इस बार, वापस आने के बाद, वह वह सब कुछ खाना चाहता है जो उसने विदेश में रहने के कारण पिछले पांच-छह वर्षों में नहीं खाया है। उसने कहा कि वह अपने पसंदीदा घर के बने खाने का आनंद लेना चाहता है।”

पिता ने कहा कि शुभांशु अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने काम में पूरी तरह से व्यस्त और खुश लग रहा था।

उन्होंने कहा, “हम देख सकते थे कि वह अंतरिक्ष में जो कर रहा है, उसका आनंद ले रहा है। हमारा मानना ​​है कि खुशी से किया गया कोई भी काम हमेशा अच्छा ही होता है। हमारा पूरा परिवार यह जानकर गर्व और आश्वस्त है कि वह वहाँ सुरक्षित और खुश है।”

‘एक्सिओम-4’ मिशन 25 जून को शुरू हुआ था और ‘ड्रैगन’ अंतरिक्ष यान 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा था।

भाषा किशोर आनन्द जितेंद्र

जितेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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