पेशावर, 27 जून (भाषा) खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पोलियो का एक नया मामला सामने आने के बाद पाकिस्तान में इस साल पोलियो मामलों की कुल संख्या बढ़कर 13 हो गई है। यह जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों ने दी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) के पोलियो उन्मूलन क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि नया मामला टैंक ज़िले में यूनियन काउंसिल अमाखेल के 18 महीने के एक बच्चे में पाया गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया, “इस ताज़ा मामले के साथ पाकिस्तान में 2025 में अब तक पोलियो के कुल 13 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें सात खैबर पख्तूनख्वा से, चार सिंध से, और एक-एक पंजाब व गिलगित-बाल्टिस्तान से हैं।”
पाकिस्तान और अफगानिस्तान विश्व के दो आखिरी देश हैं जहां अब भी पोलियो मौजूद है। वैश्विक स्तर पर उन्मूलन के प्रयासों के बावजूद सुरक्षा चुनौतियों, टीके को लेकर झिझक और भ्रामक सूचनाओं के कारण अभियान में रुकावटें आ रही हैं।
इस साल पाकिस्तान में अब तक फरवरी, अप्रैल और मई में तीन राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान चलाए जा चुके हैं। इन अभियानों के दौरान पाकिस्तान में सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों का सामना नियमित रूप से करना पड़ता है।
नया मामला ऐसे समय सामने आया है जब खैबर पख्तूनख्वा ने पिछले सप्ताह ही बन्नू ज़िले में 33 महीने के एक बच्चे में वर्ष का छठा मामला दर्ज किया था। इससे पहले मई में प्रांत में दो और मामले मिले थे।
पाकिस्तान ने मई में इस वर्ष का तीसरा पोलियो रोधी अभियान शुरू किया था, जिसका लक्ष्य पांच साल से कम उम्र के 4.5 करोड़ बच्चों को टीका लगाना था। सरकार ने इस वर्ष के अंत तक पोलियो के उन्मूलन का संकल्प लिया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, “पोलियो एक अत्यंत संक्रामक और लाइलाज रोग है, जो जीवन भर के पक्षाघात का कारण बन सकता है। इससे बचाव का एकमात्र प्रभावी तरीका है — हर अभियान में पांच वर्ष से कम उम्र के हर बच्चे को ओरल पोलियो टीके की खुराक देना और सभी आवश्यक टीकाकरण समय पर पूरा करना।”
भाषा मनीषा पवनेश
पवनेश
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