नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) दिल्ली के शाहदरा में अपने माता-पिता की डांट से परेशान होकर घर छोड़ने वाले एक किशोर को दो साल बाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक ढाबे पर काम करते हुए पाया गया। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
शंकर शाह (13) 30 जनवरी, 2023 से लापता था।
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रशांत गौतम ने बताया, ‘‘उसी दिन उसके पिता ललित शाह की शिकायत पर फर्श बाजार थाने में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। वे बिहारी कॉलोनी के निवासी हैं।’’
डीसीपी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पुलिस ने नोटिस जारी किए, देशभर के सभी जिलों की पुलिस को सूचित किया और दूरदर्शन, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) आदि के माध्यम से शंकर की तस्वीर प्रसारित की गई।
इसके अलावा, शंकर की जानकारी अखबारों और पुलिस के आंतरिक बुलेटिन में प्रकाशित की गई। अगस्त 2023 में उसकी सूचना देने वाले के लिए 10,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया।
डीएसपी ने बताया कि मामले में अहम सुराग 20 मई, 2025 को मिला, जब शंकर ने एक अनजान नंबर से अपने पिता को फोन किया।
उन्होंने बताया, ‘‘जांचकर्ताओं ने उस नंबर का कॉल रिकॉर्ड (सीडीआर) प्राप्त किया, जिससे शंकर का पता उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के फेरू माजरा गांव में पाया गया। उसे 12 जून को बरामद किया गया और सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अगले दिन उसके परिवार को सौंप दिया गया।’’
पूछताछ में शंकर ने बताया कि वर्ष 2023 में घर छोड़ने के बाद वह आनंद विहार रेलवे स्टेशन से ट्रेन में चढ़ गया। उसे पता नहीं था कि वह ट्रेन कहां जा रही थी।
शंकर ट्रेन से सहारनपुर में उतरा और वहां सड़क किनारे एक ढाबे पर काम करने लगा, जहां वह दो साल से अधिक समय तक रहा। ढाबा मालिक ने उसे रहने की जगह और भोजन दिया।
भाषा राखी वैभव
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